आज 9/04/2020 गुरुवार का दिन भारत में कोरॉना महामारी के लोक डाउन के 22 ई सवा दिन है
इतिहास गवाह है कि जब भी हमारे देश पर या समुल विश्व
कोई संकट आया है तो उसके समाधान के लिए भारतवर्स
हमेशा आगे आया है और आज भी इस महामारी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है ए भारत भूमि
पर आज के समय जो हमारी विडम्बना है वो भूत काल में कम देखने को मिली है।
पर आज भी हम हजारों भाषाओं अलग अलग रहन सहन होते हुए भी इस संकट में एक नजर आ रहे हैं
जानतें हैं इनस भी का कारण क्या हैं
वो हैं हमारा धर्म ,.....
क्यों कि पूरे विश्व में हमारी सनातन धर्म ही समस्त मानव जाति ए वेम् जीव जन्तु , पशु पक्षी पेड़, को ही अपना देवता
मानता है इस लिए इस धर्म में चौरसी लाख देवी देवता हैं ए सत्य हैं इसको को तोड़मरोड़ के पेस करते हैैं
उन्हें इस धर्म के बारे में पता नहीं है या तो दूसरे अनुआयिओ
को देख कर ए समझते हैं कि उनका एक है तो हमारा इतना क्यों तो उन जानकारों को हम बता दें कि ए बात सत्य है कि
परमात्मा एक ही है पर उस परमात्मा में तीन अंश
और उसी तीन अंशो से इस संसार में जन्म मृत्यु लय प्रलय
का संचार होता है
जिससे इस संसार का संतुलन बना रहता है
अगर आज कोरोना महामारी का संकट इस संसार पर आया है तो दूसरी ओर हमारी प्राकृति जल वायु आकाश अपने
आप को सही ढंग से वेवस्थित कर रहें हैं ताकि आने वाले समय में एक नई शुरुआत करने में मदद कर सकें और ए सब
होने पर कुछ परेशानियां मृत्यु रूपी समय मनुस्य को सहना ही पड़ेगा यही सत्य है
रही बात चौरासी लाख देवी देवता के बारे में जो बताने या कहने से हिचकिचाते हैं तो उनको बता दू कि
हमें अपने देश में अपने। धर्म के विषय पर स्कूल विद्यालय में
पाठ क्रम में अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए।
इतिहास गवाह है कि जब भी हमारे देश पर या समुल विश्व
कोई संकट आया है तो उसके समाधान के लिए भारतवर्स
हमेशा आगे आया है और आज भी इस महामारी को रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है ए भारत भूमि
पर आज के समय जो हमारी विडम्बना है वो भूत काल में कम देखने को मिली है।
पर आज भी हम हजारों भाषाओं अलग अलग रहन सहन होते हुए भी इस संकट में एक नजर आ रहे हैं
जानतें हैं इनस भी का कारण क्या हैं
वो हैं हमारा धर्म ,.....
क्यों कि पूरे विश्व में हमारी सनातन धर्म ही समस्त मानव जाति ए वेम् जीव जन्तु , पशु पक्षी पेड़, को ही अपना देवता
मानता है इस लिए इस धर्म में चौरसी लाख देवी देवता हैं ए सत्य हैं इसको को तोड़मरोड़ के पेस करते हैैं
उन्हें इस धर्म के बारे में पता नहीं है या तो दूसरे अनुआयिओ
को देख कर ए समझते हैं कि उनका एक है तो हमारा इतना क्यों तो उन जानकारों को हम बता दें कि ए बात सत्य है कि
परमात्मा एक ही है पर उस परमात्मा में तीन अंश
और उसी तीन अंशो से इस संसार में जन्म मृत्यु लय प्रलय
का संचार होता है
जिससे इस संसार का संतुलन बना रहता है
अगर आज कोरोना महामारी का संकट इस संसार पर आया है तो दूसरी ओर हमारी प्राकृति जल वायु आकाश अपने
आप को सही ढंग से वेवस्थित कर रहें हैं ताकि आने वाले समय में एक नई शुरुआत करने में मदद कर सकें और ए सब
होने पर कुछ परेशानियां मृत्यु रूपी समय मनुस्य को सहना ही पड़ेगा यही सत्य है
रही बात चौरासी लाख देवी देवता के बारे में जो बताने या कहने से हिचकिचाते हैं तो उनको बता दू कि
हमें अपने देश में अपने। धर्म के विषय पर स्कूल विद्यालय में
पाठ क्रम में अनिवार्य रूप से शामिल किया जाए।

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